प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन (IIP) जैसे मैक्रोइकोनॉमिक डेटा, अमेरिकी टैरिफ से जुड़े घटनाक्रमों तथा अन्य वैश्विक रुझानों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उन्होंने कहा कि सप्ताह के दौरान विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियों और कच्चे तेल की कीमतों पर भी सभी की निगाह रहेगी। बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, इस सप्ताह भारत और अमेरिका से कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े जारी किए जाएंगे, जो बाजार की धारणा और केंद्रीय बैंक के स्थिति को प्रभावित करेंगे।
भारत में सप्ताह की शुरुआत 30 जून को मई के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों से होगी। इसके अलावा एक जुलाई को मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े आएंगे, जिससे भारत के औद्योगिक क्षेत्र और ऑर्डर फ्लो की स्थिति की जानकारी मिलेगी। इसके बाद तीन जुलाई को सर्विस पीएमआई के आंकड़े जारी किए जाएंगे।
पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव कम होने और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के कारण पिछले सप्ताह स्थानीय शेयर बाजार में तेज उछाल आया। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,650.73 अंक या दो प्रतिशत चढ़ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 525.4 अंक या दो प्रतिशत के लाभ में रहा।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि जैसे-जैसे पहली तिमाही के नतीजों का सत्र नजदीक आ रहा है, निवेशक वृद्धि के रुझानों के शुरुआती संकेतकों के रूप में कंपनियों के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसके अलावा आने वाले सप्ताह में अमेरिका द्वारा प्रमुख वैश्विक भागीदारों के साथ अंतिम रूप दिए जाने वाले व्यापार समझौतों को लेकर भी उत्सुकता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इसके साथ बाजार भागीदार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अर्थव्यवस्था में सुधार का आकलन करने के लिए अमेरिका के गैर-कृषि पेरोल और बेरोजगारी के आंकड़ों के साथ-साथ भारत के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी रही। चार कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 2,162.11 अंक या 2.64 प्रतिशत चढ़ा, जबकि निफ्टी 665.9 अंक या 2.66 प्रतिशत के लाभ में रहा।
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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिसर्च हेड (प्रोपर्टी मैनेजमेंट) सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि हमें उम्मीद है कि बाजार में लगातार तेजी देखने को मिलेगी। इसे संस्थागत प्रवाह में सुधार, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की संभावनाओं से समर्थन मिलेगा। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू स्तर पर, आईआईपी और पीएमआई के आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही मानसून की प्रगति और एफआईआई की गतिविधियां भी बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
एजेंसी इनपुट के साथ-