(सौजन्य-सोशल मीडिया)
बिहार: देश की नजर में बिहार को एक और नया नाम मिलना शुरू हो गया है। बिहार को पुल ढहवा राज्य बुलाया जाने लगा है। जिसका मतलब है एक ऐसा राज्य जहां के पुल कभी भी ढह जाते हो। बिहार के लोगों ने जब इंजीनियर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया तो उन्होंने राजधानी पटना में पुल बनवाकर शहर की रूप रेखा बदल दी। उनके ऐसे कई कार्य के लिए उन्हें सुशासन बाबू की उपाधि दी गई। लेकिन अब शायद वो और शहर दोनों ही पुल निर्माण से उब गए है। इसलिए पूरे बिहार में पुल ढहना शुरू हो गया है। बिहार में 9 दिनों के भीतर पांचवां पुल ढह गया। जिसका असर सरकारी खजाने पर भी जरूर पड़ रहा है।
इस मुद्दे को लेकर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने मधुबनी और सुपौल के बीच भूतही नदी के ढहने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा “यह बिहार में 10 दिनों के भीतर ढहने वाला 10वां पुल है। मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल ढह गया। क्या आपको पता चला? यदि नहीं, तो क्यों? पता करने की कोशिश करें? ”
𝟗 दिन के अंदर बिहार में यह 𝟓वाँ पुल गिरा है। मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल गिरा। क्या आपको पता लगा? नहीं तो, क्यों? बूझो तो जाने? #Bihar #Bridge pic.twitter.com/IirnmOzRSo — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 28, 2024
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह पुल दो सालों से भी ज्यादा समय से निर्माणाधीन था। इस पुल को भुतही नदी पार करने के लिए तैयार किया जा रहा था। इस पुल को 3 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा था। वहीं इस घटना को लेकर अधिकारियों का कहना की जिम्मेदार ठेकेदार को जल्द से जल्द संरचना की मरम्मत करने का निर्देश दे दिया गया है। इससे पहले भी अररिया, सीवान और पूर्वी चंपारण जिलों से पुल ढहने की ख़बर आई थी।
बिहार के अररिया में 12 करोड़ की लागत बनाया गया पुल उद्घाटन से पहले ही ढह गया। इस पुल को जिले के सिकटी में बकरा नदी पर बनाया गया था। इससे पहले भी पिछले साल 1700 करोड़ से तैयार किया जा रहा पुल 17 सेकेंड में ढह गया था। जिसके बाद उसका सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। बारिश आने से पहले ही पुल के ढहने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसकी वजह से राज्य सरकार सवाल के घेरे में है।