By: Deepika Pal
NavBharat Live Desk
शिव पार्वती प्रेम का प्रतीक है, लेकिन लोग कहते है कि नवविवाहित जोड़े को शिव जी के दर्शन नहीं करने चाहिए।
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अगर कोई भी नवविवाहित जोड़ी ने शिव जी के दर्शन किये तो उनके शिशु वैरागी हो सकता है।
इसके अनुसार शादी के बाद लड़की मां बनने वाली हो तो भी इसे शिव जी के मंदिर नहीं जाना चाहिए।
कारण यह है कि भले ही भोलेनाथ ने माता पार्वती से शादी कि थी लेकिन वे वैरागी रहे थे।
नई नवेली दुल्हन को या फिर जिनकी शादी होने वाली हैं उन्हे शिवलिंग को छूकर उसकी पूजा नहीं करनी चाहिए।
माता पार्वती की पूजा करने से नवविवाहित लड़की का जीवन सुखी रहता है।
शादी के बाद घूमने जा रहे है तो वहां पर शिवजी से जुड़ा कोई मंदिर हो तो वहाँ दर्शन के लिए नहीं जाना चाहिए।