By - Deepika Pal Image Source: Social Media
13 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा इस दिन लकड़ियों को इकट्ठा करके पूजा के बाद जलाते है। इसमें गोबर की माला चढ़ाई जाती है जानिए इसका महत्व।
होलिका दहन की रात महिलाएं गुलरी की माला बनाकर होली पर चढ़ाती हैं और पूजा करती हैं।
गोबर के उपले शुभता का प्रतीक माने जाते हैं इन्हे जलाने से निकले धुएं से आसपास की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
माना जाता है कि, होली के दौरान गुलरियों को जलाने से घर की परेशानियां दूर होती हैं।
इसके लिए गोबर के छोटे-छोटे बनाकर उसमें बीच से छेद करके सुखाया जाता है और उनकी माला बनाई जाती हैं।
गाय की पूजा करने से कई ज्योतिष लाभ मिलते हैं, गाय के गोबर से बने उपले जलाने से घर का वातावरण शुद्ध बना रहता है।
हिन्दू धर्म में गाय को पूज्यनीय माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है।