By - Simran Singh

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रावण का छल

रामायण में रावण ने छल से माता सीता का हरण किया और उन्हें लंका ले गया।

पौराणिक कथाओं में बताया है कि माता सीता लंका में दो वर्षों तक रहीं और वह महल में नहीं रहती थी।

रावण का छल

कथाओं के अनुसार रावण के पास सभी ऐशोआराम थे लेकिन वह चाहकर भी माता सीता को महल में नहीं रख सकें।

महल में रख सकें

रावण अप्सरा रंभा को जबरदस्ती अपने महल में ले गया और दुराचार किया।

रंभा

रंभा ने रावण को बताया कि वह उनके भाई नलकुबेर की पुत्रवधू है लेकिन रावण नहीं माना।

पुत्रवधू

ये बात नलकुबेर को पता चली तो उसने रावण को श्राप दिया।

रावण को श्राप

रावण किसी महिला को उसकी मर्जी के बिना महल में लाया तो रावण की मृत्यु हो जाएगी।

मर्जी के बिना

श्राप के डर से रावण सीता को महल में नहीं लाया।

डर से 

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