By: Preeti Sharma
NavBharat Live Desk
पैरों की उंगलियों में पहना जाने वाला बिछिया नारी के विवाहित होने का प्रतीक है।
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आमतौर पर चांदी के बिछिया महिलाएं विवाह के बाद रोज पहनती हैं।
यह एक गहना नहीं बल्कि सुहाग की पहचान माना जाता है।
शादी के मंडप पर पहनने के बाद महिलाएं इसे पूरी जिंदगी पहनती हैं।
लेकिन ज्योतिष के अनुसार इसे बदलते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
हरियाली तीज, करवा चौथ, हरतालिका तीज जैसे त्योहारों पर इसे बदलना शुभ होता है।
अगर कभी बिछिया टूट जाते हैं तो इसे गुरुवार या शुक्रवार के दिन पहन सकते हैं।
बिछिया कभी भी दोपहर या संध्या के समय नहीं बदलना चाहिए।