आयुर्वेद के अनुसार, चांदी शरीर की गर्मी को कम करके ठंडक प्रदान करता है और शरीर का तापमान नियंत्रित रखता है।
चांदी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं।
चांदी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मानसिक शांति व सकारात्मकता को बढ़ाता है।
चांदी धारण करने से रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) बेहतर होता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
चांदी पहनने से मस्तिष्क को शांति मिलती है और मानसिक तनाव कम होता है।
चांदी में प्राकृतिक रूप से एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो त्वचा संक्रमण और जलन से बचाते हैं।
चांदी धारण करने से जोड़ों के दर्द और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है।
चांदी के बर्तनों में पानी पीने और खाना खाने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और पेट की समस्याएं कम होती हैं।
चांदी का स्पर्श शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं कम होती हैं।