By: Simran Singh
NavBharat Live Desk
मिट्टी के बर्तन में धीरे-धीरे पकने से खाने के विटामिन और मिनरल्स ज्यादा सुरक्षित रहते हैं।
All Source: Freepik
मिट्टी की खुशबू और प्राकृतिक खनिज खाने में अलग स्वाद और हल्की मिठास घोलते हैं।
इनमें खाना पकाने के लिए कम तेल लगता है, जिससे भोजन हल्का और हेल्दी बनता है।
मिट्टी अल्कलाइन होती है, जो भोजन की एसिडिटी को संतुलित करती है और पाचन में मदद करती है।
धीमी आंच पर पकाने से खाना समान रूप से पकता है और ज़्यादा पौष्टिक बनता है।
मिट्टी के बर्तन गर्मी को लंबे समय तक बनाए रखते हैं, जिससे खाना देर तक गरम और ताज़ा रहता है।
मिट्टी में मौजूद कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स धीरे-धीरे खाने में घुल जाते हैं।
मिट्टी के बर्तन इको-फ्रेंडली होते हैं और इनमें हानिकारक केमिकल नहीं होते।