बासी और अनहेल्थी खाना भी बन सकता है PCOS का कारण, जानें इससे बचना क्यों है जरूरी?

मोटापे और PCOS के बीच एक गहरा संबंध है, खासकर जब यह किशोरावस्था के दौरान होता है। जीवनशैली में बदलाव के कारण PCOS की घटनाएं बढ़ रही हैं और इसमें पोषण और आहार बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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PCOS या  PCOD का मतलब 'पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम' या 'पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर' है। यह समस्या आमतौर पर महिलाओं के अंदर हार्मोनल असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है।

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PCOS या  PCOD की समस्या में महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन 'एंड्रोजन' का स्तर बढ़ जाता है और अंडाशय पर एक से अधिक सिस्ट दिखाई देने लगते हैं।

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जंक, प्रोसेस्ड और बासी खाना न सिर्फ आपके पाचन तंत्र को खराब करता है, बल्कि यह आपके मानसिक और प्रजनन स्वास्थ्य पर भी असर डालता है।

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मानसून में बैक्टीरिया और वायरस बहुत सक्रिय होते हैं, इसलिए मानसून में बासी खाना खाने से बचना चाहिए।

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खासकर महिलाओं को मोटापे और PCOS से बचने के लिए बासी भोजन से परहेज करना चाहिए।

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बासी खाना खाने से लड़कियां और महिलाएं ओवरी सिंड्रोम का शिकार हो सकती हैं। इससे अंडाशय को नुकसान हो सकता है, जिससे भविष्य में गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है।

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बासी खाने में हानिकारक बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इसके साथ ही पेट खराब होना, पाचन संबंधी समस्या, उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग की शिकायत भी हो सकती है।

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बासी खाना खाने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, खासकर बासी चावल, अंडे, सीफूड और प्रोसेस्ड फूड में, इसलिए इन चीजों से बचना चाहिए।

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हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, खाना बनाने के तुरंत बाद खाना सबसे अच्छा है। हालांकि, अगर तुरंत खाना संभव न हो, यो इसे 1 से 2 के अंदर ही खा लेना चाहिए। पका हुआ भोजन 6-8 घंटे के बाद खाने योग्य नहीं रहता।

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