गर्भवती महिलायों को अपने खाने का रखना चाहिए।

06 Sept 2025

By: Simran Singh

NavBharat Live Desk

इनमें बैक्टीरिया और परजीवी होने का खतरा रहता है, जो संक्रमण फैला सकते हैं।

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कच्चा या अधपका मांस और मछली

अधपके अंडे या उससे बने फूड (जैसे मेयोनेज़, डेसर्ट) से साल्मोनेला इंफेक्शन हो सकता है।

कच्चा अंडा

ज्यादा कैफीन लेने से गर्भपात और बच्चे का वजन कम होने का खतरा रहता है।

अधिक कैफीन

इनमें प्रिज़र्वेटिव और सोडियम ज्यादा होता है, जो हानिकारक हो सकता है।

पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड

इनमें हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं जो फूड पॉइजनिंग का कारण बनते हैं।

कच्चे अंकुरित अनाज 

इनमें लिस्टेरिया बैक्टीरिया का खतरा होता है, जो गर्भस्थ शिशु के लिए नुकसानदायक है।

अनपाश्चराइज्ड दूध और उससे बने प्रोडक्ट्स

जैसे शार्क, किंग मैकरल, स्वोर्ड फिश इनमें पारा की मात्रा अधिक होती है, जो बच्चे के दिमागी विकास पर बुरा असर डाल सकती है।

डीप-सी मछलियां

संक्रमण और फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।

स्ट्रीट फूड और बासी खाना

इससे डायबिटीज़, मोटापा और ब्लड प्रेशर का खतरा रहता है।

अत्यधिक मीठा और सोडा ड्रिंक

ज्यादा मीठा खाने से डिप्रेशन, थकान और मूड स्विंग्स की समस्या हो सकती है।

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं

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