By - Deepika Pal Image Source: Pinterest
तिल में एंटी-ऑक्सीडेंट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन ई और विटामिन बी6 जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते है।
काले तिल को सफेद तिल के मुकाबले थोड़ा ज्यादा पौष्टिक माना जाता है लेकिन काला तिल कड़वा होता है तो सफेद तिल में मिठास।
तिल में मौजूद विटामिन ई और एंटी-ऑक्सीडेंट्स आर्टरीज में प्लाग के बिल्ड अप को कम करने में मदद करती है यानि दिल के लिए सही होता है।
काले तिल में फाइटोस्टेरॉल नाम का एक कंपोनेंट होता है जो कोलेस्ट्रोल के खून में कोलेस्ट्रॉल को कम कर देती है।
रोस्टेड तिल में प्रोटीन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है जो एनीमिया की समस्या से छुटकारा दिलाती है।
इसमें मौजूद विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट से एजिंग के साइन को कम किया जा सकता है यह स्किन केयर के लिए बेस्ट होता है।
इसमें मौजूद एंटी-फंगल प्रोपर्टीज से स्कैल्प हेल्थ बेहतर होती है और डैंड्रफ की समस्या भी दूर हो जाती है।