मंदिर को घर में कहा लगाए 

08 Oct 2025

By: Simran Singh

NavBharat Live Desk

घर में मंदिर रखने के लिए यह दिशा सर्वश्रेष्ठ होती है, क्योंकि यह भगवान शिव का स्थान माना जाता है।

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ईशान कोण सबसे शुभ

अगर उत्तर-पूर्व में जगह न हो तो पूर्व दिशा में मंदिर बनाना अच्छा होता है, इससे सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

पूर्व दिशा भी शुभ

वास्तु अनुसार दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है, जो पूजा स्थल के लिए अशुभ होती है।

मंदिर कभी दक्षिण दिशा

यह स्थान शुद्धता के लिहाज से उपयुक्त नहीं माने जाते।

रसोई, शौचालय या बेडरूम में मंदिर नहीं

मंदिर को हमेशा लकड़ी के स्टैंड या प्लेटफॉर्म पर रखें, जिससे उसका स्तर ऊँचा रहे।

मंदिर ज़मीन पर सीधे नहीं

मूर्तियों के पीछे थोड़ी जगह (कम से कम 2 इंच) छोड़ना चाहिए ताकि ऊर्जा का संचार बना रहे।

देवताओं की मूर्तियाँ दीवार से सटी न हों 

इससे सकारात्मक ऊर्जा और ध्यान शक्ति बढ़ती है।

पूर्व या उत्तर की ओर मुख

5 से अधिक मूर्तियाँ रखना वास्तु अनुसार उचित नहीं माना जाता।

मंदिर में बहुत अधिक मूर्तियाँ

यह अग्नि कोण है, जहाँ दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

दीपक और अगरबत्ती दक्षिण-पूर्व कोने

रोजाना सफाई करें और ताजे फूल, जल व प्रसाद चढ़ाएँ ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

मंदिर में सफाई और शुद्धता

यह वास्तु दोष उत्पन्न करता है और घर की सुख-शांति को प्रभावित कर सकता है।

मंदिर के ऊपर स्टोरेज या टॉयलेट

अगर जगह कम है तो लकड़ी का छोटा मंदिर दीवार पर उत्तर-पूर्व कोने में लगाएँ।

छोटे घर में मंदिर का विकल्प

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