By - Deepika Pal Image Source: Pinterest

नया नहीं है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, 24 साल पहले मिला था पहला मामला

यह एक संक्रामक रेस्पिरेटरी बीमारी है, जो हवा के जरिए फैलने की वजह से यह तेजी से फैल सकती है,फेफड़ों को पर असर डालती है। 

HMPV

यह वायरस अक्सर सर्दी जैसे लक्षणों का कारण बनता है, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बहना और गले में खराश शामिल हैं।

वायरस के लक्षण

कोरोनावायरस महामारी की तरह चीन में फैले इस वायरस एक बार फिर सभी को डराया है। श्मशान पर मौत का अंबार जैसी खबरें आई है।

कोरोना की तरह

यह वायरस 5 साल की उम्र से पहले हो रहा है तो वहीं इससे कम उम्र के बच्चे, बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित को खतरा है।

किन लोगों को खतरा

इस खतरनाक वायरस की पहली बार पहचान 2001 में की गई थी। दुनियाभर में इस वायरस के मामले मिलते रहे है।

पहली बार मिला था मामला

वायरस की पहचान होने के दो दशक बाद तक भी न तो इससे बचाव के लिए कोई टीका विकसित हो पाया है और न ही इसके लिए कोई विशिष्ट उपचार है। 

वैक्सीन 

वैसे भारत में इस वायरस की दशहत नहीं थी लेकिन बेंगलुरू में एक मामला मिला है। इसके चलते भारत में अलर्ट जारी है।

भारत में वायरस