By: Simran Singh
NavBharat Live Desk
बादाम में मौजूद अच्छे फैट्स दिमाग़ की नसों को मज़बूत करते हैं और ब्रेन फ़ंक्शन को सुधारते हैं।
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यह एंटीऑक्सीडेंट दिमाग़ की कोशिकाओं को फ्री-रेडिकल्स से बचाता है और मेमोरी को तेज़ करता है।
यह दिमाग़ में न्यूरोट्रांसमीटर को सक्रिय रखते हैं जिससे सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है।
यह मिनरल दिमाग़ की थकान कम करता है और फोकस बढ़ाता है।
नियमित सेवन से अल्ज़ाइमर और उम्र से जुड़ी मेमोरी लॉस की समस्या का खतरा कम होता है।
रोज़ाना भीगे हुए बादाम खाने से याददाश्त और एकाग्रता बेहतर होती है।
इसमें मौजूद पोषक तत्व सेरोटोनिन लेवल को बैलेंस करते हैं जिससे मूड बेहतर होता है।
बादाम खाने से दिमाग़ सीधे तौर पर "बड़ा" तो नहीं होता, लेकिन इसकी कार्यक्षमता, याददाश्त और एकाग्रता ज़रूर बेहतर होती है।