भूलकर भी इन 5 जगहों पर नहीं पहनें रूद्राक्ष

By: Deepika Pal

NavBharat Live Desk

मान्यता है कि रूद्राक्ष भगवान शिव के आंसुओं से निर्मित हुआ है। इसे धारण करने के नियम होते है।

 रूद्राक्ष 

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भगवान शिव के पवित्र रूद्राक्ष को धारण करने से नकारात्मक उर्जा दूर होती है। वहीं रोगों से छुटकारा मिलता है।

 नकारात्मक ऊर्जा 

अमावस्या, पूर्णिमा, श्रावण सोमवार के समय रुद्राक्ष को दूध से धोने के बाद सरसों का तेल लगाकर पहनना चाहिए।

कब करें रुद्राक्ष धारण 

रूद्राक्ष पहनना जितना जरूरी होता है उतना ही इसे कई स्थानों पर पहनना वर्जित होता है।

वर्जित

जहां पर किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई हो वहां रूद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।

मृत्यु वाली जगह पर

रुद्राक्ष को सोने से पहले भी उतार देना चाहिए। शरीर अशुद्ध माना जाता है।

 शयन कक्ष के लिए

 व्यक्ति को रुद्राक्ष पहनकर ऐसी जगह जाना भी नहीं चाहिए जहां पर मदिरापान होता है। 

 मांस- मदिरा

बच्चे के जन्म के एक माह का सौवर माना जाता है। इसलिए ऐसी जगह पर रुद्राक्ष पहनकर नहीं जाना चाहिए। 

बच्चे के जन्म पर

जहां पर गलत काम होते हो रुद्राक्ष को ऐसी जगह बिल्कुल भी नहीं पहनकर जाना चाहिए।

गलत काम

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