म्यांमार और थाईलैंड में 28 मार्च को शक्तिशाली भूकंप आया था जिसने भारी तबाही मचाई।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.7 थी जिसने दोनों देशों की हजारों इमारतों को तबाह कर दिया।
इस प्राकृतिक आपदा की वजह से अब तक करीब हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।
भूकंप का केंद्र म्यांमार के मोनीवा शहर से करीब 50 किमी पूर्व में स्थित था। इसके झटके थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस हुए।
इस भूकंप में सबसे ज्यादा नुकसान म्यांमार के मांडले शहर में हुआ। यहां पर कई ऐतिहासिक इमारतें ध्वस्त हो गई।
इसके अलावा इरावडी नदी पर बना ऐतिहासिक एवा ब्रिज पूरी तरह से गिर गया जिसमें हजारों घर नष्ट हो गए।
फिलहाल दोनों देशों में राहत और बचाव कार्य में सेना जुटी हुई है। बुनियादी ढांचे की कमी की वजह से लोगों तक मदद पहुंचने में देरी हो रही है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर चिंता व्यक्त की है और सहायता देने की घोषणा की है।