भगवान शिव की पूजा में इन चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

Written By: Simran Singh

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भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित की जाती है, लेकिन शिव पूजा में इसका प्रयोग वर्जित माना गया है।

तुलसी के पत्ते

पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने इस फूल को अपनी पूजा में अस्वीकार किया था, इसलिए इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।

केतकी का फूल

कुमकुम देवी पूजा के लिए उपयुक्त है, लेकिन शिवलिंग पर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह स्त्रीत्व का प्रतीक है।

कुमकुम (सिंदूर)

शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित करना वर्जित है, ऐसा करना धार्मिक दृष्टिकोण से अनुचित माना जाता है।

शंख से जल चढ़ाना

नारियल का जल अन्य देवी-देवताओं को चढ़ाया जाता है, लेकिन शिवलिंग पर इसे अर्पित नहीं करना चाहिए।

नारियल जल

हल्दी को स्त्रियों का सौंदर्य वर्धक माना जाता है, इसलिए इसे शिव पूजा में वर्जित कहा गया है।

हल्दी

शिवलिंग पर कभी भी टूटे या मुरझाए हुए फूल, और टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाने चाहिए। ये अशुद्ध माने जाते हैं।

टूटे हुए चावल या फूल

भगवान शिव को चंदन प्रिय है, लेकिन संतोषी माता पूजा वाला सफेद चंदन शिव पूजा में उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

सफेद चंदन (संतोषी माता वाला)

भगवान शिव को बिल्वपत्र, भांग, धतूरा, कच्चा दूध, शुद्ध जल और सफेद फूल विशेष प्रिय होते हैं। उनकी पूजा हमेशा शुद्धता और श्रद्धा से करनी चाहिए।

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