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मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 70 दिनों में  22 रेल हादसे हुए। इसमें 21 लोगों की मौत हुई, जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए।

By - Kirtesh Dhoble

Published  August 17, 2024

रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव संसद में रेल दुर्घटनाओं को छोटी घटनाएं बताकर जिम्मेदारी से भाग रहे है।

छोटी घटनाएं

वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के कम से कम 20 डिब्बे कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास शुक्रवार देर रात पटरी से उतर गए।

साबरमती एक्सप्रेस हादसा

17 जून को पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस मालगाडी से टकराई, इसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हुए थे।

कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना

जमशेदपुर से 80 किमी दूर बड़ाबांबू के पास CSMT-हावड़ा रेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, इसमें 2 यात्रियों की मौत हुई और 20 घायल हुए।

CSMT-हावड़ा रेल हादसा

बीती 18 जुलाई को गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 4 लोगों की जान गई और 30 लोग घायल हुए।

चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसा

19 जुलाई को गुजरात के वलसाड में एक मालगाड़ी पटरी से उतरी

वलसाड में मालगाड़ी पटरी से उतरी

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में 20 जुलाई 2024 को मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

अमरोहा में मालगाड़ी हादसा

वहीं अगले दिन यानी 21 जुलाई को राजस्थान के अलवर में मालगाड़ी के 3 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसी दिन बंगाल के राणाघाट में भी मालगाड़ी पटरी से उतरी थी।

अलवर में मालगाड़ी डिरेल्ड

 29 जुलाई को बिहार के समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस अन्य डिब्बों से अलग हुई थी।

बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस हादसा

बंगाल के उत्तर 24 परगना के खरदाह रेल्वे स्टेशन पर 14 जुलाई को  दो कारें हज़ारदुआरी ट्रेन से टकराई थी।

हज़ारदुआरी ट्रेन हादसा

ओडिशा के भुवनेश्वर में सोमवार 29 जुलाई को एक मालगाड़ी पटरी से उतरी थी।

भुवनेश्वर  में मालगाड़ी हादसा

इसलिए IMA ने 17 अगस्त को रखा है एक दिन का भारत बंद