गोल्डन वीजा (सौ. गूगल )
नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में अपने बयान में ट्रंप ने गोल्ड कार्ड का जिक्र किया था। इस गोल्ड कार्ड के अंतर्गत आप 43 करोड़ रुपये देकर अमेरिका के स्थायी नागरिक बन सकते हैं। ये मौजूदा ईबी-5 वीजा प्रोग्राम की जगह ले सकता है। साथ ही इंडियन ग्रेजुएट्स और इंवेस्टर्स के लिए ये एक नया अवसर प्रदान करेगा। ट्रंप का मानना है कि ये प्रोग्राम अमेरिका की इकोनॉमी को फायदा पहुंचा सकता है। इस प्लान में माध्यम से और भी ज्यादा रेवेन्यू जनरेट हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ये नया प्रोग्राम अमेरिकी कंपनियों को इंडियन ग्रेजुएट्स को काम पर रखने का मौका देगा। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि वर्तमान की पॉलिसीज इंडियन्स को अमेरिकी पढ़ाई को पूरा करने के बाद यहां रूकने से रोकती हैं। जब भी कोई भारत, चीन, जापान या बाकी दूसरे देशों से आता है और हार्वर्ड या व्हार्टन स्कूल में पढ़ाई करता है। ऐसे में उसे नौकरी का प्रपोजल मिलता है। हालांकि तुरंत उसे ये कह दिया जाता है कि वो यहां रूक नहीं सकता है।
ट्रंप ने ये भी कहा है कि बहुत से ऐसे ग्रेजुएट्स है, जो अपने देशों में लौट जाते हैं और सक्सेसफुल बिजनेस बनाकर हजारों लोगों को रोजगार देते हैं। वे भारत लौटते हैं या फिर अपने देश वापस चले जाते हैं। वे वहां एक कंपनी खोलते हैं और अरबपति बन जाते हैं। साथ ही हजारों लोगों को रोजगार का मौका भी देते हैं। ट्रंप ने बताया है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से अमेरिकी सरकार को अच्छा खासा रेवेन्यू मिलेगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यदि हम 1 मिलियन बेचते हैं, तो ये 5 ट्रिलियन डॉलर का होगा और ये राशि नेशनल लोन को कम करने में मदद कर सकती है। ये नई वीजा पॉलिसी ईबी-5 वीजा की जगह लेगा। इसमें इंवेस्टर्स को कम से कम 1 मिलियन डॉलर का निवेश करना होता है। 10 नई फुल टाइम नौकरियां बनानी होती हैं। ट्रंप का मानना है कि गोल्ड कार्ड वीजा अमीर लोगों को अमेरिका की ओर आकर्षित करेगा।
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डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे लोग अमीर होंगे, सक्सेसफुल होंगे और बहुत सारा पैसा भी खर्च करेंगे। साथ ही बहुत सारे टैक्स भी देंगे और लोगों को रोजगार भी देंगे। मुझे ऐसा लगता है कि ये बहुत सफल होगा। ट्रंप को भरोसा है कि इस वीजा की भारी डिमांड होगी। इसे जल्दी ही बेचा जा सकता है। हालांकि अमेरिकी कांग्रेस नागरिकता के लिए योग्यताएं तय करती है, लेकिन ट्रंप ने कहा है कि गोल्ड कार्ड के लिए कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।