यहां पर कद्दू काटने को पाप मानती हैं महिलाएं, जानें इसका रहस्य

By - Deepika Pal

Image Source:

शारदीय नवरात्रि

Pinterest

माता दुर्गा के चौथे स्वरुप का नाम कुष्मांडा देवी है जिनका सबसे पसंदीदा फल कुम्हड़ा या कद्दू है।

मां कुष्मांडा देवी

  राज्य के बस्तर में कद्दू को पूजा जाता हैं और यहां पर घर-घर में कद्दू देखने के लिए मिलेंगे। 

छत्तीसगढ़ 

बहुत से घरों में महिलाएं सीधे तौर पर कद्दू नहीं काटती हैं पुरुष इसे काटकर देते है। 

   महिलाएं 

कहते हैं कि, म​हिलाएं कद्दू, काशीफल या कुम्हड़ा को अपने बड़े बेटे जैसा समझती हैं  इसलिए नहीं काटती। 

मान्यता 

हिंदू धर्म में कद्दू का पौराणिक महत्व विद्यमान हैं यानि पशुबलि की जगह कद्दू की बलि दी जाती है।  

पौराणिक महत्व 

कद्दू के महिलाएं दो टुकड़े करवाती है जिसके बाद सब्जी के लिए इस्तेमाल किया जाता है किसी अन्य सब्जी के साथ काटते है।

दो टुकड़े

रंग में कार्सीजेनिक एजेंट्स पाए जाते हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ता है।

कद्दू की डिशेज