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हिंदू धर्म में एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखती है जो भगवान विष्णु को समर्पित होती है।
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है। यह साल में दो बार पड़ती है।
माघ माह की पहली एकादशीको षटतिला एकादशी व्रत कहा जाता है।
पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 24 जनवरी से शुरू होगी और 25 जनवरी रात 8 बजे समापन होगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
पौराणिक कथा के अनुसार मां के क्रोध से बचने के लिए महर्षि मेधा ने शरीर त्याग किया।
महर्षि मेधा का अंश पृथ्वी में समा गया और इस दिन एकादशी तिथि थी।
माना जाता है कि महर्षि चावल और जौ के रूप में उत्पन्न हुए। जिसकी वजह से एकादशी में चावल खाना वर्जित है।