21 जून को ही क्यों मनाते हैं योग दिवस

20 June 2025

By: Deepika Pal

NavBharat Live Desk

 दुनियाभर में योग दिवस हर साल की तरह 21 जून को मनाया जाता है।

योग दिवस

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 2015 से विश्व योग दिवस की शुरूआत हुई है। भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र के सामने रखा था। 

योग की शुरूआत

संस्कृत में योग किसी विशेष अवसर-परिस्थिति और ग्रह-नक्षत्रों के समायोजन को कहते हैं। विभिन्न स्थितियों को एक साथ लाने को भी योग कहा जाता है।

संस्कृत 

संत-मुनि विभिन्न प्रकार के योग से ईश्वर को प्रसन्न करने का तप करते थे। 

ऋषि-मुनि

योग का अर्थ शरीर के अंगों द्वारा ऐसे आसन और क्रियाओं को करना होता है, जिनसे व्यक्ति को लाभ होता है।

योग का अर्थ

21 जून का आध्यात्मिक महत्व भी है। इस दिन उत्तरायण का चरम बिंदु होता है और यह साल का सबसे लंबा दिन होता है।

 आध्यात्मिक महत्व 

योग दिवस की जड़ें ऋग्वेद के हिरण्यगर्भ सूत्र और नाथ परंपरा के गोरक्षयोग शास्त्र से जुड़ी हैं। 

योग दिवस की जड़ें

गोरक्षनाथ ने आद्य योग की शिक्षा 21 जून के दिन ही अपने प्रमुख शिष्य मत्स्येंद्रनाथ को दी थी। 

यह भी है कारण