By - Simran Singh

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धार्मिक और वैज्ञानिक

मरने के बाद कान और नाक में रुई डालना धार्मिक और वैज्ञानिक कारण होते हैं।

मृत शरीर से तरल पदार्थ निकल सकते हैं।

तरल पदार्थ

जिन्हें रोकने के लिए रुई का उपयोग किया जाता है।

रुई

रुई कान और नाक में डालने से बैक्टीरिया और कीटाणु शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते।

बैक्टीरिया और कीटाणु

मृत शरीर में गैसें उत्पन्न होती हैं।

गैसें

जिन्हें नियंत्रित करने के लिए रुई का उपयोग किया जाता है।

रुई का उपयोग

पेट में हवा जाने से शरीर फूल सकता है।

पेट में हवा

जिसे रोकने के लिए रुई डाली जाती है।

रोकने के लिए

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