पहली बारिश के बाद क्यों बढ़ जाती है उमस, जानिए कारण और इसके दुष्प्रभाव!

जब प्रचंड गर्मी के कारण पृथ्वी पूरी तरह से गर्म रहती है और बारिश की कुछ बूंदें उस पर गिरती है। तब पृथ्वी से भाप उठती है और इसी वाष्प की वजह से उमस होती है।

Caption: Social Media

बारिश के मौसम में जब हवा में नमी ज्यादा होती है, तो हमारी स्किन में नमी ट्रैप हो जाती है। इसी वजह से इस मौसम में गर्मी के साथ चिपचिपाहट की भी समस्या होती है।

Caption: Social Media

आमतौर पर हमारे शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है। लेकिन जब बाहर का तापमान ज्यादा होने लगता है तो शरीर को ठंडा करने के लिए शरीर से पसीना निकलने लगता है।

Caption: Social Media

उमस में यह प्रक्रिया तेज हो जाती है। यही वजह है कि उमस भरे मौसम में शरीर से पसीना तेजी से निकलता है।

Caption: Social Media

बहुत तेज उमस भरी गर्मी इंसानों के लिए घातक साबित हो सकती है।

Caption: Social Media

मानसून का असर मूड पर भी पड़ता है। इस दौरान ज्‍यादा उमस और गर्मी के कारण डिप्रेशन के लक्षण महसूस हो सकते हैं।    

Caption: Social Media

उमस के बढ़ने के कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है। अगर वातावरण में ज्यादा गर्मी है, तो आपको एंग्जाइटी महसूस हो सकती है।

Caption: Social Media

नमी और गर्मी का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। इस वातावरण में ज्यादा देर रहने से आपको ज्‍यादा गुस्‍सा आना या चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।

Caption: Social Media