भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है.

By - Shiwani Mishra

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ऐसे में ट्रेनों के एसी कोच में यात्रियों को  सफेद चादर ही क्यों दी जाती है.

सफेद चादर

ऐसे में ट्रेनों के एसी कोच में यात्रियों को  सफेद चादर ही क्यों दी जाती 

एसी कोच 

हर दिन कई हजार चादर और तकिए के कवर का इस्तेमाल होता है. चादरों को धोने के लिए मैकेनाइज्ड लांड्री का इस्तेमाल किया जाता है.

मैकेनाइज्ड लांड्री 

जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है कि वे पूरी तरह से रोगाणुमुक्त हो गई हैं।

रोगाणुमुक्त

पानी को 121 डिग्री सेल्सियस पर स्टीम किया जाता है. हालांकि इस तापमान पर कोई चीज यदी 30 मिनट डाल दे.

स्टीम

तो वस्तु कीटाणु मुक्त हो जाते हैं और अच्छी तरह से साफ हो जाता है.

कीटाणु मुक्त 

यात्रियों को दिए जाने वाले लिनेन न केवल कीटाणुरहित हों, बल्कि दिखने में भी आकर्षक हों।

आकर्षक