By - Shiwani Mishra
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ऐसे में ट्रेनों के एसी कोच में यात्रियों को सफेद चादर ही क्यों दी जाती है.
ऐसे में ट्रेनों के एसी कोच में यात्रियों को सफेद चादर ही क्यों दी जाती
हर दिन कई हजार चादर और तकिए के कवर का इस्तेमाल होता है. चादरों को धोने के लिए मैकेनाइज्ड लांड्री का इस्तेमाल किया जाता है.
जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है कि वे पूरी तरह से रोगाणुमुक्त हो गई हैं।
पानी को 121 डिग्री सेल्सियस पर स्टीम किया जाता है. हालांकि इस तापमान पर कोई चीज यदी 30 मिनट डाल दे.
तो वस्तु कीटाणु मुक्त हो जाते हैं और अच्छी तरह से साफ हो जाता है.
यात्रियों को दिए जाने वाले लिनेन न केवल कीटाणुरहित हों, बल्कि दिखने में भी आकर्षक हों।