इस बार किसान आंदोलन में सिर्फ दो किसान संगठन शामिल है, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा।

जगजीत सिंह डल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) का नेतृत्व कर रहे हैं।

किसान मजदूर मोर्चा का नेतृत्व सरवन सिंह पंढेर कर रहे हैं। जबकि किसान के बाकी संगठनों ने आंदोलन से दूरी बनाकर रही है लेकिन आंदोलन को उनका समर्थन है।

सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल इस बार के आंदोलन का चेहरा बनकर सामने आये हैं।

किसान संगठन और केंद्रीय मंत्रियों के बीच अब तक 4 बार बातचीत हो चुकी है लेकिन बातचीत बेनतीजा ही रही।

19 फरवरी को आखिरी बार हुई बातचीत के बाद किसान संगठन ने फिर दिल्ली कूच का ऐलान किया है।

किसान संगठन की प्रमुख मांगे

सरकार का प्रस्ताव

सरकार के प्रस्ताव में संगठन की मांग पर नहीं हुआ अमल तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में डल्लेवाल ने फिर किया दिल्ली कूच का एलान।

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ये जो प्रस्ताव आया है, वह किसानों के पक्ष में नहीं है। हम इस प्रस्ताव को रद्द करते हैं।

21 फरवरी से किसान संगठन फिर दिल्ली की ओर बढ़ेगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल फिर बातचीत की पेशकश कर सकता है।