भारत में बूढ़ी गंगा किस नदी को कहा जाता है? इसके पीछे क्या है कारण
Written By
: Preeti Sharma
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भारत में नदियों को बहुत ही विशेष महत्व दिया गया है। इन नदियों का अपना अलग आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृति महत्व है।
नदियां
भारत में कई नदियों का इतिहास काफी पुराना रहा है। कुछ नदियों को लोग पवित्र मानकर पूजा करते हैं। इनसे उनकी धार्मिक आस्था जुड़ी है।
पुरानी नदियां
देश में बहने वाली नदियों के अपने अलग नाम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन नदियों में एक नदी को बूढ़ी गंगा भी कहा जाता है।
अलग-अलग नाम
महाराष्ट्र के त्रयंबकेश्वर से निकलने वाली गोदावरी नदी को बूढ़ी गंगा कहा जाता है। यह दक्षिण गंगा के नाम से भी जानी जाती है।
बूढ़ी गंगा
गोदावरी देश की दूसरी सबसे लंबी नदी मानी जाती है। इसकी कुल लंबाई करीब 1465 किमी है। यह देश की पवित्र नदियों में शामिल है।
गोदावरी
बूढ़ी गंगा महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीगढ़ और ओडिशा में बहती है। यह दूसरी नदियों के जरिए बंगाल की खाड़ी में जाती है।
कहां से बहती है नदी
इस नदी को बूढ़ी गंगा इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है और गंगा के बाद दूसरी लंबी नदी है।
कैसे पड़ा नाम
गोदावरी कई लोगों के लिए जीवनरेखा का काम करती है। यह पीने के पानी से लेकर सिंचाई तक के लिए जरूरी है।
जीवनरेखा
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