By: Preeti Sharma
NavBharat Live Desk
पितृ पक्ष में लोग श्राद्ध कर्म और पिंडदान करते हैं जो पूर्वजों को समर्पित है।
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माना जाता है कि पवित्र स्थान पर पिंडदान करना विशेष फलदायी होता है।
ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में पिंडदान करने से पितरों को शांति मिलती है।
मध्य प्रदेश के खांडवा में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग है जहां पूर्वजों का पिंडदान किया जाता है।
राजस्थान के पुष्कर में पिंडदान का काफी ज्यादा महत्व है।
उत्तराखंड में गंगा नदी के किनारे स्थित हरिद्वार काफी प्रसिद्ध है।
बिहार का गया पिंडदान के लिए सबसे प्रसिद्ध व पवित्र स्थान है।
इन स्थलों पर पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को मोक्ष मिलता है।