वरुण गांधी का टिकट बीजेपी ने काट दिया है। अब वो निर्दलीय लड़ेंगे या साइकिल पर सवार होंगे। ये सवाल बना हुआ है।

BJP के उम्मीदवारों की पांचवीं सूची में पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का नाम नहीं था। जबकि मेनका गांधी को सुल्तानपुर से टिकट दिया गया है।

बीजेपी ने पीलीभीत से वरुण की जगह राज्य सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया है।

10 साल तक वरुण गांधी को न तो मोदी सरकार में और न ही संगठन में कोई जिम्मेदारी मिली।

वरुण गांधी कई मुद्दों को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर होते रहे थे।

वरुण गांधी को अपनी ही पार्टी की आलोचना की सजा मिली है, ये चर्चा तेजी से हो रही है।

वरुण गांधी ने बेरोजगारी से लेकर किसानों के मुद्दों तक पर अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरा था।

समाजवादी पार्टी पीलीभीत से पहले ही भगवतशरण गंगवार को टिकट दे चुकी है।

गंगवार ने कहा है कि गांधी सपा ज्वाइन करेंगे तो वो उनके लिए सीट छोड़ने को तैयार हैं।

अब देखना होगा कि वरुण का अगला कदम क्या होता है, निर्दलीय उम्मीदवारी या साइकिल की सवारी