भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति, शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरणादायक विचार हम सभी के जीवन में ज्ञान की रौशनी देने का काम करते है। तो चलिए जानते है उनके विचार…
शिक्षक वो नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरदस्ती ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें।
कोई भी आज़ादी तब तक सच्ची नहीं होती, जब तक उसे विचार की आजादी प्राप्त न हों।
किसी भी धार्मिक विश्वास या राजनीतिक सिद्धांत को सत्य की खोज में बाधा नहीं देना चाहिए।
ज्ञान हमें शक्ति देता है और प्रेम हमें परिपूर्णता देता है।
शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है।
अंत: विश्व को एक ही इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंधन करना चाहिए
किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची ख़ुशी मिलती है।