एकलव्य

महाभारत का एकलव्य सभी के लिए रोचक किरदार था।

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By - Simran Singh

गुरु द्रोणाचार्य को उन्होंने दक्षिणा में अपना अंगूठा काटकर दे दिया था।

अंगूठा काटा

क्या आप जानते हैं कि एकलव्य श्रीकृष्ण के चचेरे भाई थे?

चचेरे भाई

एकलव्य श्रीकृष्ण के पिता वासुदेव के भाई देवश्रव के पुत्र थे, लेकिन बचपन में ही उन्हें निषाद राज को सौंप दिया गया था।

ये था रिश्ता

रुक्मणी हरण में एकलव्य की मृत्यु हो गई थी।

रुक्मणी हरण

श्रीकृष्ण ने उन्हें द्रोणाचार्य से बदला लेने के लिए पुनर्जन्म का वरदान दिया।

श्रीकृष्ण का वरदान

एकलव्य ने द्रुपद के पुत्र धृष्टद्युम के रूप में पुनर्जन्म लिया।

द्रुपद का पुत्र

महाभारत के युद्ध में अंगूठे के बदले उन्होंने द्रोण का सिर काटा था।

सिर काटा

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