By: Preeti Sharma
NavBharat Live Desk
सावन भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान उनकी प्रिय चीजें अर्पित की जाती हैं।
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भगवान शिव की प्रिय चीजों में बेलपत्र भी शामिल है जिसको चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
बेलपत्र की तीन पत्तियां ब्रह्मा, विष्णु और शिव का प्रतीक मानी जाती हैं।
लेकिन शिव पुराण के अनुसार बेलपत्र कुछ ऐसे दिनों में तोड़ना वर्जित होता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार के दिन और दोपहर को बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए।
इसके अलावा चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, द्वादशी, चतुर्दशी, अमावस्या और पूर्णिमा को बेलपत्र नहीं तोड़ें।
मान्यताओं के अनुसार इन दिनों में बेलपत्र तोड़ने से शिवजी नाराज हो सकते हैं।
माना जाता है कि बेलपत्र छह महीने तक बासी नहीं होती है इसलिए इसे कभी भी तोड़कर रख लें।