By - Preeti Sharma Image Source: X
दिल्ली विधानसभा चुनाव का सियासी पारा गरम है। जहां राजनीतिक दल अपने एजेंडों और वादों के साथ जनता के बीच जा रहा हैं।
इस बार चुनावी समीकरणों में स्विंग वोटर्स भी काफी अहम भूमिका निभाने वाले हैं।
स्विंग वोटर्स वो होते हैं जो किसी एक पार्टी के प्रति समर्पित नहीं होते हैं और चुनावों में अपना समर्थन बदलते रहते हैं।
दिल्ली में इन वोटरों की संख्या करीब 30 प्रतिशत है जो दिल्ली की सत्ता का भविष्य तय करने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
साल 2015 और 2020 विधानसभा चुनावों में आप को बहुमत दिलाने में बड़ा हाथ था।
दिल्ली में ऊंची जाति, ओबीसी, दलित और मुस्लिम समुदायों में से ज्यादातर स्विंग वोटर्स हैं।
बीजेपी और कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां स्विंग वोटर्स का ध्यान खींचने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
स्विंग वोटर्स इस बार किसके साथ जाते हैं ऐसे में देखना दिलचस्प होगा। यह फैसला 5 फरवरी को तय होगा।