By - Preeti Sharma
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हर साल विजयदशमी यानी दशहरा के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है। इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
लंकापति रावण ने माता सीता का अपहरण किया था। जिसके बाद भगवान राम ने उसका वध किया।
भारत में कई ऐसी जगहें मौजूद हैं, जहां पर रावण को पूजा जाता है।
उत्तर प्रदेश के बिसरख में रावण का दहन नहीं किया जाता है बल्कि उसकी पूजा की जाती है।
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में गोंड जनजाति रावण को देवताओं की तरह पूजती है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रावण का भगवान की तरह पूजा जाता है।
दशहरा के दिन इस जगह पर रावण का पिंडदान व श्राद्ध किया जाता है।
मंदसौर मंदोदरी का मायका कहा जाता है। इस वजह से यहां पर रावण का दामाद के रूप में पूजा जाता है।