मध्य प्रदेश के इस गांव में क्यों की जाती है रावण की पूजा, जानिए वजह?

विदिशा जिले की नटेरन तहसील स्थित रावण गांव में रावण बाबा के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर काफी प्राचीन है।

Photo: Social Media

किसी भी शुभ कार्य से पहले गांव के लोग मंदिर में रावण की पूजा करते हैं।

Photo: Social Media

देश की परंपरा के विपरीत यहां रावण को देवता के रूप में पूजा जाता है।

Photo: Social Media

गांव के ब्राह्मण परिवार खुद को रावण का वंशज मानते हैं, इसलिए रावण की पूजा करते हैं।

Photo: Social Media

गांव की शादीशुदा महिलाएं जब इस मंदिर के सामने से गुजरती हैं तो वे घूंघट निकाल लेती हैं।

Photo: Social Media

गांव के लोग प्रतिदिन रावण को देखने और पूजा करने के लिए मंदिर में आते हैं।

Photo: Social Media

इस मंदिर में लेटी हुई मुद्रा में रावण की एक विशाल मूर्ति स्थापित की गई है।

Photo: Social Media

अगर गांव में किसी की शादी होती है तो भी पहला निमंत्रण रावण बाबा को दिया जाता है और इसकी शुरुआत मूर्ति की नाभि में तेल भरने से होती है।

Photo: Social Media

प्रचलित कथानुसार, रावण से युद्ध करने की चाह रखने वाले बुद्धा नामक राक्षस का क्रोध रावण को देख कर शांत हो जाता है। 

Photo: Social Media

तब रावण ने राक्षस से कहा कि वह उसकी एक मूर्ति बनाकर उससे युद्ध करे, तब से यह मूर्ति वहां पर बनाई गई है।

Photo: Social Media

ऐसा माना जाता है कि इस रावण मंदिर के पास स्थित तालाब में उसकी तलवार आज भी मौजूद है।

Photo: Social Media