CAA को लेकर सिर्फ भारत में ही नहीं दुनियाभर में चर्चा हो रही है। पाकिस्तान की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है।

दुनियाभर में CAA पर देशों की राय बंटी हुई है, लेकिन पाकिस्तान ने इसे भेदभाव पैदा करने वाला कानून बताया है।

पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान सीएए पर टिप्पणी की।

बलूच ने कहा ये धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला कानून है। इससे धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा।

भारत सरकार की तरफ से साफ़ किया गया है, CAA शरणार्थियों नागरिकता देने वाला कानून है।

सरकार का कहना है कि इसके कारण देश का कोई भी नागरिक नागरिकता नहीं खोएगा।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के बयान की आलोचना हो रही है। यूजर्स का मानना है कि ये भारत का आंतरिक मामला है।

पाकिस्तान में एक तबका भारत के इस फैसले से खुश है कि पकिस्तान छोड़कर भारत गए गैर मुस्लिमों को भारत नागरिकता दे रहा है।

पाकिस्तान के कुछ लोगों का मानना है कि CAA धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला कानून है।