हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है
हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर से अधिकतर लोग ग्रस्त हैं
हाई ब्लड प्रेशर को समय से कंट्रोल ना किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है
इस बीमारी में ब्लड प्रेशर कंट्रोल से बाहर रहने लगता है जिससे दिल, दिमाग और किडनी खराब होने का खतरा बढ़ता है।
रक्तचाप को समय-समय पर मापने और इसके नॉर्मल लेवल को जानने के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके
एक व्यस्क का सामान ब्लड प्रेशर 120/80 होता है हालांकि, यह नंबर थोड़ा सा ऊपर नीचे हो सकता है
लेकिन अगर बार-बार आपका ब्लड प्रेशर 140 से अधिक है तो इसका मतलब आप हाइपरटेंशन से ग्रस्त हैं
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
- उच्च रक्तचाप होने पर आपको सिर में दर्द, सांस फूलना, नकसीर, थकान, सीने में दर्द, पसीना आना, उल्टी होना, घबराहट होना, धुंधला दिखाई देना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
हाइपरटेंशन के प्रकार
- हाई ब्लड प्रेशर दो प्रकार का होता है प्राइमरी हाइपरटेंशन और सेकेंडरी हाइपरटेंशन.
- प्राइमरी हाइपरटेंशन 85 फीसदी मरीज़ों में होता है, जिसका कारण ज्ञात नहीं होता. अक्सर यह अनुवांशिक और जीवनशैली के कारकों की वजह से होता है।
हाइपरटेंशन का रिस्क किन्हें रहता है
- जिन लोगों के परिवार में हाइपरटेंशन का इतिहास होता है या जो मोटापे से पीड़ित हैं, उनमें भी उच्च रक्तचाप की समस्या देखी जा सकती है.
- जो लोग बहुत ज़्यादा नमक या बहुत कम पोटैशियम का सेवन करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर कैसे बचें
- आप जीवनशैली में बदलाव लाकर हाइपरटेंशन को कंट्रोल में रख सकते हैं.- डाइट में सोडियम को कम शामिल करें. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें.- रोज़ाना 45 मिनट के लिए ब्रिस्क वॉक जरूर करें. वज़न पर कंट्रोल रखें.
अगर आपको लगातार ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत अपना ब्लड प्रेशर चेक कराएं