घरेलू क्रिकेट में शानदार छाप छोड़ने वाले पांच दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों ने रणजी ट्रॉफी के इस सीजन के खत्म होने के साथ ही क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है।
इन खिलाडियों ने उसी मैदान पर अपने करियर को अलविदा कहा, जहां से उन्होंने अपने घरेलू क्रिकेट की शुरुआत की और भारत के लिए खेलने का सपना देखा।
तो आज जानते हैं ऐसे पांच खिलाडियों के बारे में जिनका टीम के लिए खेलने का सपना अधूरा का अधूरा रह गया।
बंगाल के मनोज तिवारी ने सोमवार को बिहार के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाकर अलविदा कहा।
1. मनोज तिवारी
यह 38 वर्षीय खिलाड़ी 19 साल तक अपने राज्य की तरफ से खेलता रहा। उन्होंने पिछले सीजन में बंगाल को रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
मनोज तिवारी
इस आक्रामक बल्लेबाज के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10000 से अधिक रन दर्ज है। वह भारत की नेशनल टीम के लिए 15 मैच खेले हैं। IPL में उन्हें 98 मैचों का अनुभव है।
मनोज तिवारी
हालांकि, 2015 के बाद से उन्हें भारत के किसी भी फॉर्मेट में जगह नहीं मिली है। वहीं, 2018 में आखिरी बार IPL का हिस्सा थे।
मनोज तिवारी
भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक वरुण आरोन लगातार चोटिल होने के कारण अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए।
2. वरुण आरोन
उनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 66 मैच में 173 विकेट शामिल है। वरुण भारत के लिए 18 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
वरुण आरोन
2015 के बाद से उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। IPL में 52 मैचों का अनुभव रखने वाले इस गेंदबाज ने 2022 में आखिरी IPL मैच खेला था।
वरुण आरोन
21 साल तक विदर्भ की तरफ से खेलने वाले सलामी बल्लेबाज फैज फजल की अगुवाई में विदर्भ ने 2018 में रणजी ट्रॉफी जीती थी।
3. फैज फजल
इस खेल में उन्होंने टीम की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए थे। उनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 9183 रन दर्ज हैं।
फैज फजल
फजल ने भारत की तरफ से 2016 में जिंबॉब्वे के खिलाफ एकमात्र वनडे मैच खेला था, जिसमें उन्होंने नाबाद 55 रन बनाए थे।
फैज फजल
इसके बाद उन्हें भारत के लिए कभी खेलने का मौका नहीं मिला। फैज ने 12 IPL मैच भी खेले है। आखिरी बार 2011 में कोई IPL मैच खेलते नजर आए थे।
फैज फजल
आक्रामक बल्लेबाज सौरभ तिवारी के संन्यास लेने से झारखंड टीम को झटका लगा है। सौरभ 17 साल तक झारखंड की टीम की तरफ से खेले है।
4. सौरभ तिवारी
उन्होंने 115 फर्स्ट क्लास मैचों में 8030 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं। सौरभ ने भारत के लिए सिर्फ 3 इंटरनेशनल मैच खेले है।
सौरभ तिवारी
2010 के बाद से उन्हें भारत के लिए किसी फॉर्मेट में जगह नहीं मिली, जबकि 93 IPL मैच खेल चुका यही बल्लेबाज 2021 में इस टूर्नामेंट का आखिरी मैच खेला था।
सौरभ तिवारी
मुंबई के धवल कुलकर्णी को अपनी स्विंग, मूवमेंट और सटीक गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। वे घरेलू क्रिकेट के सबसे विश्वसनीय तेज गेंदबाजों में शामिल रहे हैं।
5. धवल कुलकर्णी
कुलकर्णी ने 17 साल तक चले अपने घरेलू करियर में कई यादगार प्रदर्शन किए। इस 35 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 95 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिनमें 27.31 की औसत से 281 विकेट लिए।
धवल कुलकर्णी
कुलकर्णी ने भारत के लिए 14 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। 2016 में उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था।
धवल कुलकर्णी
धवल कुलकर्णी ने 92 आईपीए मैच भी खेले हैं और आखिरी बार 2021 में IPL का हिस्सा थे।