By - Preeti Sharma
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उत्तराखंड की पहाड़ियों पर बसा भगवान शिव का मंदिर बहुत ही खास माना जाता है।
इस खास मंदिर का नाम नीलकंठ महादेव मंदिर है जिसका इतिहास समुद्र मंथन से जुड़ा हुआ है।
माना जाता है कि इस जगह पर ही भगवान शिव ने समुद्र मंथन के दौरान विष पान किया था।
भगवान शिव का यह मंदिर ऋषिकेश में है। यह मणिकूट पर्वत की तलहटी में मधुमति और पंकजा नदी के संगम पर बना है।
मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव ने इस जगह पर 60 हजार साल तक समाधि में रहकर विष की गर्मी का शांत किया था।
कहते हैं कि विष पीने के कारण ही इस मंदिर के शिवलिंग पर नीला निशान दिखाई देता है।
भगवान शिव के इस मंदिर के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।
नीलकंठ मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर है। मंदिर के शिखर पर समुद्र मंथन का दृश्य दिखाया गया है।