इन जानवरों को जंग में साथ लेकर जाते थे मुग़ल बादशाह

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Date-04-03-2025

सम्राट बाबर ने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी, जिसमें कई जानवरों की भूमिका रही।

जानवरों की भूमिका

बाबर द्वारा पानीपत की लड़ाई में हाथियों का इस्तेमाल युद्ध में बहुत महत्वपूर्ण था।

हाथी

हाथी शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक माने जाते थे, जो दुश्मन के गढ़ में तबाही मचाते थे, जिसके कारण वे सेना का हिस्सा बन गए।

शक्ति का प्रतीक

प्रशिक्षित घोड़ों का इस्तेमाल कम समय में लंबी दूरी तय करने और युद्ध में तेजी से आगे बढ़ने के लिए किया जाता है।

घोड़ा

ऊँट भी सेना के साथ यात्रा करते थे, जो सैनिकों को भोजन के साथ-साथ आवश्यक सामान भी प्रदान करते थे।

ऊँट

बैलों का इस्तेमाल बारूद, हथियार और अन्य युद्ध सामग्री ले जाने के लिए किया जाता था।

बैल

खच्चरों का इस्तेमाल रास्ते पर निर्भर करता था, इसी तरह सेना पहाड़ी रास्तों के लिए खच्चरों का इस्तेमाल करती थी।

खच्चर

मुगल सेना ने विनाश करने के लिए प्रशिक्षित कुत्तों का इस्तेमाल किया।

युद्ध कुत्ते

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