By: Simran Singh
NavBharat Live Desk
आंवला लगभग 1 किलो, देसी घी 100 ग्राम, शहद 250 ग्राम, गुड़ या खांड 500 ग्राम, आँवले का रस या पानी आवश्यकतानुसार
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अश्वगंधा चूर्ण 2 चम्मच, पिप्पली 1 चम्मच, इलायची पाउडर 1 चम्मच, दालचीनी पाउडर ½ चम्मच, शतावरी, विदारीकंद, नागकेसर प्रत्येक 1 चम्मच, सूखी अदरक 1 चम्मच, तुलसी पाउडर या पत्तियाँ 1 चम्मच
आंवले को अच्छे से धोकर उबालें जब तक वे नरम न हो जाएँ। इसके बाद उन्हें ठंडा करके बीज निकाल दें और मिक्सर में बारीक पीस लें।
एक मोटे तले की कढ़ाई में घी डालें और उसमें आंवले का गूदा डालकर धीमी आंच पर पकाएँ। तब तक चलाते रहें जब तक मिश्रण हल्का भूरा और गाढ़ा न हो जाए।
अब इसमें गुड़ या खांड डालें और तब तक पकाएँ जब तक वह पूरी तरह घुलकर एकसार न हो जाए। मिश्रण चिकना और गाढ़ा होना चाहिए।
अब तैयार मसाले और जड़ी-बूटियाँ डालें और धीमी आंच पर 10–15 मिनट तक चलाते रहें। ध्यान रहे कि मिश्रण जले नहीं।
गैस बंद कर मिश्रण को ठंडा होने दें। जब यह हल्का गुनगुना रह जाए, तब शहद डालें और अच्छे से मिलाएँ।
च्यवनप्राश को एक साफ, सूखे कांच के जार में भरें। इसे ठंडी और सूखी जगह पर रखें, फ्रिज में रखने की जरूरत नहीं है।
सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले 1 से 2 चम्मच च्यवनप्राश गुनगुने दूध या पानी के साथ लें। बच्चों के लिए आधा चम्मच पर्याप्त है।