By - Preeti Sharma
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अयोध्या को भगवान राम की नगरी कहा जाता है। यहां पर उनका भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है।
अयोध्या में कई सारे घाट हैं जिनका विशेष महत्व है। जिसमें से एक गुप्त हरि घाट भी है।
मान्यताओं के अनुसार अयोध्या के गुप्तार घाट पर ही भगवान श्री राम ने जल समाधि ली थी।
भगवान राम का शरीर इस घाट के जल में गुप्त हो गया था जिसकी वजह से इसका नाम गुप्तार घाट पड़ गया।
गुप्तार घाट पर भगवान राम ने पृथ्वी त्यागकर मूल निवास वैकुण्ठ वापस गए थे।
अयोध्या के इस गुप्तार घाट का वर्णन स्कंद पुराण में मिलता है। उसमें इसका नाम गौ प्रतारण है।
माना जाता है कि सरयू नदी के इस घाट पर श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं।
माना जाता है कि इस घाट पर सरयू नदी में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सार पाप दूर हो जाते हैं।