घमौरियां तब होती हैं जब पसीने की नलिकाएं बंद हो जाती हैं और पसीना त्वचा की सतह तक नहीं पहुंच पाता है।  

घमौरियां त्वचा की सतह के नीचे फंस जाता है, जिससे हल्की सूजन या दाने हो जाते हैं। 

घमौरियां अक्सर बच्चों और वयस्कों को गर्म, आर्द्र मौसम की स्थिति में प्रभावित करती है। 

क्यों आती है घमौरियां ?

घमौरियों अक्सर त्वचा की सिलवटों या तंग कपड़ों केजगह में होता है, जहां हवा का संचार नहीं हो पाता। जबक‍ि इन जगहों पर भारी क्रीम या लोशन लगाने से पसीने की नलिकाएं बंद हो जाती हैं।  जानें अब इनसे कैसे बचें...

ठंडे पानी से नहाये 

त्वचा के ठंडा होने के बाद आमतौर पर घमौरियां कम हो जाती हैं। त्वचा को सौम्‍यता से धोने से रोम छिद्र भी खुलते हैं। नहाने के बाद अपनी त्वचा को ठीक से सुखाएं। गीली छोड़ी गई त्वचा में जलन हो सकती है। 

 पंखा या AC का इस्तेमाल करें

गर्म दिनों में त्वचा को ठंडा रखना महत्वपूर्ण होता है। ध्यान दें कि शिशुओं को बहुत कसकर न बांधें। ताकि त्वचा तक हवा पहुंच सके। वैसे तो शरीर के सभी हिस्सों को गर्मी के मौसम में ताजी हवा के संपर्क में लाना जरूरी है। 

अंदरूनी हिस्‍सों की विशेष देखभाल करें 

जैसे अंडर आर्म्‍स, इनर थाइज, पीठ का हिस्‍सा। जरूरी है क‍ि अच्‍छी तरह साफ करने और सुखाने के बाद इन हिस्‍सों पर टेलकम पाउडर छिड़कें।

अगर घरेलू उपचार से भी आपके दाने ठीक नहीं हो रहे हैं, तो आपको अपनी घमौरियों के लिए त्वचा विशषेज्ञ की सलाह जरूर ले।