जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में लालू यादव समेत उनका परिवार आरोपी है। सभी ED के जांच का सामना कर रहे हैं।
ED के मुताबिक, लालू के परिवार को 7 जगहों पर जमीनें मिलीं। इन पर 600 करोड़ के धनशोधन का आरोप है।
लालू के परिवार पर आरोप है कि उन्होंने करीब 4 करोड़ रुपये कीमत की जमीन 26 लाख रुपये में अपने नाम करवा ली।
इस मामले में लालू समेत उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव आरोपी हैं।
2014 में राबड़ी देवी एक कंपनी की डायरेक्टर बनीं। उस कंपनी को हजारी राय ने जमीन बेचीं और अपने दो भतीजों को नौकरी दिलाई।
पटना के ही लाल बाबू राय ने अपनी जमीन 13 लाख रुपये में राबड़ी देवी को बेचकर बेटे को रेलवे में नौकरी दिलाई।
सिवान के ललन चौधरी ने 2014 में अपनी जमीन लालू यादव की बेटी हेमा यादव को दे दी।
किशुन देव राव नामक व्यक्ति ने अपनी जमीन राबड़ी देवी को 3.75 लाख रुपये में दी और परिवार के 3 लोगों को रेलवे में भर्ती कराया।
पटना की किरण देवी ने 3.70 लाख रुपये में अपनी जमीन का टुकड़ा मीसा भारती के नाम पर कर बेटे को मुंबई में नौकरी दिलाई।
गोपालगंज के हृदयानंद चौधरी को हाजीपुर में सब्स्टीट्यूट के तौर पर नौकरी मिली। जिसके बाद उन्होंने 3,375 वर्ग फुट की जमीन हेमा यादव को तोहफे में दी।
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