जानिए! सावन का महीना भगवान शिव को इतना प्रिय क्यों है?
माता पार्वती ने शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी और सावन माह में शिवजी ने माता पार्वती से विवाह किया था, इसलिए उन्हें यह माह प्रिय है।
Photo: Social Media
ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शिव अपने रूद्र अवतार में होते हैं, तो वे बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन इस अवतार में वे जल्दी क्रोधित भी हो जाते हैं।
Photo: Social Media
ऐसे में सावन के महीने में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है।
Photo: Social Media
धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि सावन माह में ही देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन किया गया था। जिसमें हलाहल विष निकला था।
Photo: Social Media
संसार के उत्थान के लिए भगवान शिव ने स्वयं उस विष को कंठ में धारण कर लिया था। इसलिए उन्हें नीलकंठ के नाम से भीजाना जाता है।
Photo: Social Media
सभी देवताओं ने विष के वेग को कम करने के लिए शिवजी पर जल का अभिषेक किया था।
Photo: Social Media
यही कारण है कि सावन के महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक करने से वह जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सभी प्रार्थनाएं सुनते हैं।