रूस की राजधानी मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में शुक्रवार की शाम  गोलीबारी में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हैं।

इस गोलाबरी घटना में हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट-खोरासान (ISIS-K)ली है। इस ग्रुप को मुख्य तौर पर सीरिया, खोरासान से चलाया जाता है। 

1999 में आईएस की स्थापना हुई। दुनिया इसको 2014 से जानने लगी। पहले इसका प्रभाव सीरिया, इराक या बाकी दूसरे देशों में नहीं था। 

आईएस- खोरासान, IS की ही एक शाखा है, जिसे जनवरी 2015 में तालिबान के पाकिस्तानी सहयोगी के असंतुष्ट सदस्यों द्वारा स्थापित किया गया था।

आईएस- खोरासान को तालिबान और अमेरिका का कट्टर दुश्मन माना जाता है। खोरासान शब्द एक प्राचीन इलाके के नाम पर आधारित है।

खोरासान कभी उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और इराक का हिस्सा शामिल हुआ करता था। 

वर्तमान में खोरासान अफगानिस्तान और सीरिया के बीच का हिस्सा है। आईएस के खोरासान मॉड्यूल को 'खोरासान ग्रुप' के नाम से भी जाना जाता है।

आईएस-खोरासान ने पहले भी अफगानिस्तान में कई आतंकी हमले किए हैं। काबुल एयरपोर्ट के बाहर दो आत्मघाती हमले हुए थे।

इन हमलों में अमेरिकी मरीन कमांडो समेत कम से कम 60 लोगों की मौत हुई थी। पांच अमेरिकी सैनिकों समेत 100 से ज्यादा लोगों के घायल हुए थे। 

आईएस-खोरासान ने मई में काबुल में लड़कियों के एक स्कूल पर हुए घातक विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 68 लोग मारे और 165 घायल हो गए थे।

आईएस-खोरासान ने जून में ब्रिटिश-अमेरिकी हालो (HALO) ट्रस्ट पर भी हमला किया था, जिसमें 10 लोग मारे और 16 अन्य घायल हो गए थे।