आज 46 वर्षों बाद ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर का रत्नभंडार खुलेगा, कहा जाता है भंडार की रक्षा के लिए नाग देवता पहरा करते है। 

नागों के होने के संदेह चलते सबसे पहले सांप पकड़ने वाला विशेषज्ञ कक्ष में एंट्री करेंगे।

तथ्य यह कहते हैं कि, मंदिर में दरारें और छेद की वजह से सांपों के आने की संभावना है।

रत्नभंडार में सांप होने को लेकर किसी प्रकार के पुख्ता दावे नहीं मिले है।

रत्नभंडार में  राजाओं के मुकुट और सिंहासन सहित कीमती वस्तुओं से भरे संदूक हैं।

चाहें आज रत्न भंडार में सांप मिले या नहीं, खजाने के आभूषणों का जायजा लिया जाएगा।