By - Shiwani Mishra

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इंसान के बर्ताव के बारे में किसी चिकित्सक या वैज्ञानिक से पूछेंगे तो वे यही कहेंगे कि सारा खेल हार्मोन का होता है।

चाहे मां के अपने शिशु के प्रति स्नेह हो या फिर किसी प्रेमी का अपनी प्रेमिका के प्रति लगाव, इन सब में इंसानों में ऑक्सीटोसिन हार्मोन ही मुख्य भूमिका निभाता है।

ऑक्सीटोसिन हार्मोन

और ये कई तरह के उपचारों में भी मददगार है। इसीलिए इसे “लव हार्मोन” या “कडल हार्मोन” भी कहते हैं।

लव हार्मोन

 ये हार्मोन इसानों में भावनात्मक लगाव और लोगों में विश्वास और सम्वेदना का जिम्मेदार माना जाता है।

हार्मोन

ऑक्सीटोसिन और भी बहुत कुछ कर सकता है। वो ना केवल सीखने और याद रखने में अपनी एक भूमिका निभाता है।

ऑक्सीटोसिन

जिसे आप चाहते हैं, उसे देखने के बाद 'लव हॉर्मोन' केवल आपकी भावनाओं को ही सक्रिय नहीं करता।

भावना

 बल्कि लव हॉर्मोन पुरानी मांसपेशियों को नए की तरह काम करने में भी सहायता करता है।

सहायता

ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन है जो न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में काम करता है। ये प्रजनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

न्यूरोट्रांसमीटर