मॉडर्न इंडिया की मॉडर्न वुमन, जिसने पुरूष प्रधान कानूनी पेशे में बनाई अपनी खास जगह
www.navbharatlive.com Date-2024-03-08
By: Priya Jais
Image Source: X, ANI
वृंदा ग्रोवर नई दिल्ली क एक प्रमुख वकील जिसे भारत में न्याय और मानवाधिकारों की वकालत में उनके काम के लिए पहचाना जात है।
वृंदा ग्रोवर
वृंदा ग्रोवर को टाइम पत्रिका ने 2013 में 100 सबसे प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में मान्यता दी थी।
कानूनी उपलब्धियां
उन्हें सोनी सोरी दुष्कर्म-यातना मामले और 1984 के सिख विरोधी दंगों सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों को संभालने के लिए जाना जाता है।
कानूनी उपलब्धियां
ग्रोवर दो-उंगली परीक्षण जैसी प्रथाओं के खिलाफ रही और उन्होंने सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम जैसे कानूनों की आलोचना की है।
मानवाधिकार सक्रियता
उन्हें अक्सर समाचार बहसों में एक विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया जाता है, जहां वे मानवाधिकारों और कानूनी मामलों में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करती हैं।
मीडिया में उपस्थिति
अपने प्रभावशाली काम के बावजूद, ग्रोवर को पुरुष-प्रधान कानूनी पेशे में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
चुनौतियां
इन प्रयासों ने भारत में महिलाओं के अधिकारों और न्याय को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है।