रूस और यूक्रेन की जंग में शामिल करने के लिए भारतीयों को जबरन रूसी सेना में शामिल होने पर मजबूर किया गया, इस खबर से हड़कंप मचा हुआ है।

रूसी सेना में पहले नेपालियों के शामिल होने की रिपोर्ट सामने आई थी लेकिन अब भारतीयों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है।

एक दैनिक अखबार ने इस खबर को प्रमुखता से छापा है। अखबार के मुताबिक 100 भारतीय ऐसे हैं जो मजबूरन एक साल से रूस की सेना में काम कर रहे हैं।

29 फरवरी को भारत के विदेश मंत्रालय ने स्वीकार किया कि 20 भारतीय ने मॉस्को में भारतीय दूतावास से सम्पर्क किया और भारत वापस आने की मांग की।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए भारत रूस के संपर्क में है।

ताजा रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे सात भारतीयों के समूह ने वीडियो जारी कर भारत लौटने के लिए सरकार से मदद मांगी।

इनका कहना है कि इनकी तरह रूस में बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए हैं, जो यहां किसी और काम से आये थे, उन्हें पुलिस के दबाव में आकर अब सेना के लिए काम करना पड़ रहा है।

इनमें से पाँच मजदूर पंजाब के बताए जा रहे हैं जबकि दो हरियाणा के हैं। 24 फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है।

इनका कहना है कि रूसी पुलिस इन्हे रूसी सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर कर रही है। जबकि ये रूस किसी अन्य काम से गए थे।